Zindagi
कभी कभी इस ज़िंदगी से हारने का मन करता है समझ नहीं आता मेरा ये दिल इतना बेचैन सा क्यों रहता है। कभी खामोश रहना अच्छा लगता है, तो भ चीखने का मन करता है मुझे नज़र नहीं आता लेकिन एक डर है, जो अंदर ही अंदर मुझे खाता रहता है कोई इतना करीब नहीं है फिर भी किसी अपने से गले लग कर, बहुत रोने का मन करता है....